December 16, 2025

राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के लिए आई.आई.आर.डी देगा हिमाचल में प्रशिक्षण सेवाएं, मंडी और शिमला से होगा जल संरक्षण जागरूकता अभियान का आगाज़

शिमला

राष्ट्रीय जन जीवन मिशन द्वारा हिमाचल प्रदेश में आई.आई.आर.डी संस्था को ग्रामीण लाभान्वित लोगों को प्रशिक्षण एवं सहयोग देने के लिए चयन किया गया है।
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में उन समस्त लोगों तक नल के माध्यम से जल पहुंचाने का बीड़ा उठाया गया है जिनके पास या तो नल से पानी नहीं आता था या जो पेयजल से वंचित थे । इसके लिए गांव-गांव में पाईप के माध्यम से जल को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा । इसके लिए मिशन तो एक बारगी यह काम समाप्त कर देगा लेकिन इसके दूरगामी प्रभाव एवं संरक्षण हेतु आम ग्रामीण लोगों का जागरुक एवं प्रशिक्षित होना आवश्यक है । यही महत्वपूर्ण कार्य आई.आई.आर.डी को सौंपा गया है ।
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन एक क्रांति की तरह है, विशेषकर ग्रामीण भारत के लिए यह वरदान साबित होगा । घर की महिलाओं एवं किशोरियों को मीलों पैदल चल कर पानी के लिए जाना पड़ता था । इससे यहां एक तो सुरक्षा का प्रश्न था दूसरा जो तक़लीफ उठानी पड़ती थी वो अलग । लेकिन मिषन इसे संभव बनाते हुए घर तक नल के माध्यम से स्वच्छ जल लाने के प्रति संकल्पबद्ध है । इसे हिमाचल प्रदेश में भी ज़ोर शोर से चलाया जा रहा है और इस पर कार्य आरंभ हो चुका है । लेक़िन भविष्य के लिए इसके लाभ और टिकाउपन के लिए आम ग्रामीणों को योजना के बारे में पूरी जानकारी, जागरुकता एवं प्रशिक्षित होना आवश्यक है । हिमाचल प्रदेश में सामाजिक सेवा एवं तकनीकि प्रशिक्षण में अव्वल एवं इस दिशा में तत्पर रही आई.आई.आर.डी संस्था को अब ये जिम्मा सौंपा गया है । आरंभिक स्तर पर यह कार्य ज़िलों की पंचायतों से होगा जिसमें प्रत्येक पंचायत से संबन्धित युवा, महिला मंडल, स्वयं सहायता समूह एवं पंचायत प्रतिनिधि की एक चयनित सीमित संख्या होगी । जनवरी 2022 से मंडी और शिमला जिलों से इसकी शुरुआत की जा रही है । संस्था उन लोगों को प्रशिक्षित कर उन्हें इस मिशन के बारे में जागरुक करेगी साथ ही किस प्रकार इस योजना का दूरगामी लाभ प्राप्त किया जा सकता है, इस पर भी जानकारी प्रदान की जाएगी। किस प्रकार इस योजना के अंतर्गत पानी का संरक्षण हो, स्वच्छ जल की उपलब्धता एवं सुनिश्चित किया जा सकता है इस पर भी जागरुक करेगी । इसके लिए संस्था इनडोर, आउटडोर प्रशिक्षण भी देगी । संस्था के अनुसंधान व्यक्तियों के अलावा जल मिशन एवं अन्य संबन्धित विभागों के अधिकारी भी इस प्रशिक्षण का हिस्सा होंगे ताकि हर पहलु पर संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके । हिमाचल में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इंजीनियर जे एस चौहान, निदेशक डब्लयू.एस.एस ओ/एस डब्ल्यु एस.एम जल शक्ति विभाग, कंचन शर्मा, ई.ई , ई. दीपक अग्रवाल इसमें सहयोग करेंगे । मंडी में विकास कपूर, अधिषासी अभियंता और प्रशिक्षण प्रमुख आई.आई.आर.डी के साथ सहयोग में रहेंगे तो वहीं शिमला में आई.आई.आर.डी कांप्लैक्स, शनान में तथा मंडी में ढांगसी धार मंडी में प्रशिक्षण केन्द्र में प्रषिक्षण दिया जाएगा । राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के तहत केन्द्र सरकार, राज्य सरकार एवं विभाग इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सार्थक बनाने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है जिसे संस्था द्वारा मुकम्मल किया जाएगा।
संस्था के प्रबंध निदेशक डॉ एल.सी.शर्मा ने बताया कि यह मिशन भारत सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है । यदि इसकी सफलता सिरे चढ़ती है तो देश में यह एक क्रांति से कम नहीं होगा । लेकिन यहां आम नागरिकों की जिम्मेवारी अधिक हो जाती है । उन्होंने कहा कि पानी तो नल के माध्यम से घर तक आ जाएगा उसके बाद उसे किस प्रकार उपयोग में लाना है ताकि भविष्य में जल संकट न हो और आने वाली पीढ़ी को भी इसका लाभ मिले, यह चिंतन और समझ पैदा करना मिशन की मुख्य प्राथमिकता होगी।