शिमला
बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष के वाकआउट पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तल्ख टिप्पणी कर विपक्ष को लताड़ लगाते हुए कहा कि अपनी बात जताने के लिए धरने की कोई आवश्यकता नहीं है । अपनी बात को सरलता से भी रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्यों को सदन की उच्च परंपराओं के पालन करने की आदत नहीं रही है जिससे विधानसभा की उच्च परम्पराओं का लगातार हनन हो रहा है।सदन में जनमानस से जुड़े मुद्दों पर सवाल जवाब और बहस होनी चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से विपक्ष लोकतंत्र में चर्चा करने के पक्ष में नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी धरने प्रदर्शन कर अपनी बात मनवाने की कोशिश करेगा उसकी कोई भी बात नहीं सुनी जाएगी। मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी सरकारी कर्मचारी यदि धरना करता है तो उसके खिलाफ सख्त कारवाई होगी।
आंदोलनकारियों पर सीएम जयराम ठाकुर का बड़ा बयान, जो आंदोलन करेंगे उनकी बात नहीं मानेंगे-सीएम, सरकारी कर्मचारियों को भी दी चेतावनी

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