भरमौर
मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के अस्तित्व के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित किए जाने वाले ”प्रगतिशील हिमाचल स्थापना के 75 वर्ष“ समारोह के अवसर पर गांव लिल्ह में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने भरमौर की 17 गैर जनजातीय पंचायतों को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने का मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रदेश के चंबा जिले को आकांक्षी जिले के रूप में चुना है ताकि विकास कार्यो के लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा ही प्रदेश के लोगों की विकासात्मक आकांक्षाओं के प्रति संवेदनशील रहे हैं और राज्य के साथ उनका खास रिश्ता है। प्रधानमंत्री इसी माह की 5 तारीख को प्रदेश का दौरा कर चुके हैं और एक बार फिर 13 अक्तूबर को चंबा के दौरे पर आ रहे हैं, जिससे राज्य के विकास के प्रति प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता का पता चलता हैं। उन्होंने कहा कि चंबा में जनसभा को संबोधित करने वाले नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के कार्यक्रमों में उमड़ रही भारी भीड़ को देखकर विपक्ष के नेता परेशान हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक डूबता हुआ जहाज है और उसके अधिकांश नेता पार्टी छोड़ रहे हैं क्योंकि वे जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी एक भविष्यहीन, मुद्दाविहीन और नेतृत्वविहीन पार्टी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चार कार्यकारी अध्यक्षों में से दो भाजपा में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता ऐसी पार्टी को क्यों चुनें, जिसका राष्ट्रीय नेता गेहूं के आटे को लीटर में मापने की बात करता हो। प्रदेश के लोगों ने एक बार फिर से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के एक युवा नेता का दावा है कि वीरभद्र सिंह जैसा बड़ा नेता भी सरकार को दोबारा सत्ता में नहीं ला सका, तो उनके जैसा आम आदमी इस उपलब्धि को कैसे हासिल कर सकता है। जय राम ठाकुर ने प्रदेश के लोगों से ऐसे नेताओं को मुंहतोड़ जवाब देने का आग्रह किया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके उत्थान पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस वर्ष जुलाई माह से महिलाओं को हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में किराये में 50 प्रतिशत की रियायत और प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के सभी उपभोक्ताओं को मुफ्त पानी उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस नेताओं को ठीक नहीं लग रहा है और वे राज्य सरकार पर लोगों को मुफ्त की आदत डालने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब चुनावों को देखते हुए यही कांग्रेसी नेता दावा कर रहे हैं कि सत्ता में आने पर वे 300 यूनिट मुफ्त बिजली देंगे। उन्होंने प्रदेश के लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने का आग्रह किया ताकि केंद्र और राज्य में डबल इंजन सरकार निर्बाध रूप से विकास कार्यों को जारी रख सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ओर देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश भी अपने अस्तित्व के 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है। ये 75 वर्ष राज्य की गौरवमयी विकास यात्रा के साक्षी रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस राज्य के प्रत्येक नागरिक ने प्रदेश की इस विकास यात्रा में अपना योगदान दिया है। हिमाचल को देश का सबसे विकसित राज्य बनाने में हर मुख्यमंत्री का योगदान रहा है।
भरमौर क्षेत्र के विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में सड़कों और पुलों के निर्माण और रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से सरकार को अपना पूर्ण सहयोग देने का आग्रह किया, ताकि विकास की गति निर्बाध रूप से चलती रहे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की सभी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमकेयर योजना, सहारा योजना, गृहिणी सुविधा योजना, मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना, शगुन योजना जैसी योजनाओं ने हर जरूरतमंद को मदद पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वृद्धि की गई है और आय सीमा की शर्त के बगैर वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त करने की आयु सीमा को पहले 80 वर्ष से कम कर 70 वर्ष कर दिया गया था और अब इसे 60 वर्ष कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन उपलब्ध करवाने पर 1300 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा रही है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने 12.63 करोड़ रुपये लागत की 7 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण किए। इनमें 1.48 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रूणोकोठी का विज्ञान भवन, भरमौर में 76 लाख रुपये की लागत से निर्मित आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन, पांगी किलाड़ में 1.12 करोड़ रुपये की लागत का राम लीला मैदान मंच एवं स्टेडियम, किलाड़ में 97 लाख रुपये की लागत से निर्मित उपमण्डलीय आयुर्वेदिक अधिकारी आवास भवन, किलाड़ में 4 करोड़ रुपये की लागत से चिकित्सकों और कर्मचारियों के लिए निर्मित टाइप-3 आवास, रादी गांव के लिए 1.30 करोड़ रुपये की लागत की उठाऊ सिंचाई योजना और 3 करोड़ रुपये लागत की हड़सर मल निकासी योजना शामिल है।
मुख्यमंत्री ने 70.79 करोड़ रुपये लागत की 16 विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास भी किए। इनमें 7.30 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली होली- उतराला सड़क, 7.88 करोड़ रुपये लागत की दुनाली-लिल्ह सड़क, 1 करोड़ रुपये लागत का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चुरी का भवन, 40 लाख रुपये की लागत की त्रिलोचन महादेव गांव की सड़क, नागरिक अस्पताल किलाड़ के कर्मचारियों के लिए 3.95 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले टाइप-2 आवास भवन, भरमौर व साथ लगते क्षेत्रों के लिए 17.82 करोड़ रुपये लागत की मल निकासी योजना, तहसील भरमौर के गरोला और साथ लगते गांव के लिए 19.18 करोड़ रुपये से बनने वाली मल निकासी योजना, 1.27 करोड़ रुपये लागत की जलापूर्ति योजना कुगती, 2.68 करोड़ रुपये लागत की उठाऊ सिंचाई योजना गरोला का जीर्णोद्धार कार्य, गुवार्ड़ टिल्ला गांव के लिए 90 लाख रुपये से बनने वाली जलापूर्ति योजना, 1.57 करोड़ रुपये लागत की घरौंदा जलापूर्ति योेजना, होली उपमण्डल में 2.22 करोड़ रुपये की लागत का सहायक अभियन्ता कार्यालय भवन व आवास, 2.20 करोड़ रुपये की लागत से हटेढ़, सहाली जयारी और निया गांव के लिए बनने वाली जलापूर्ति योजना, लाहल में 1.06 करोड़ रुपये की लागत से उठाऊ जलापूर्ति योजना के लिए जीप योग्य सड़क, ग्राम पंचायत मैहला में 73 लाख रुपये की लागत से बनने वाली सिंचाई योजना मैहला टिप्परी का सुधारीकरण कार्य और ग्राम पंचायत होली में 65 लाख रुपये की लागत से बनने वाली जलापूर्ति योजना शामिल है।
इस अवसर पर स्थानीय विधायक जिया लाल कपूर ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के लगभग पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान भरमौर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष क्षेत्र की कुछ विकासात्मक मांगें भी रखीं।
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज, एपीएमसी के अध्यक्ष डी.एस. ठाकुर, एस.सी.एस.टी. निगम के उपाध्यक्ष जय सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष जसबीर नागपाल, उपायुक्त चंबा डी.सी. राणा, पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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