हिमाचल होटल मजदूर लाल झण्डा युनियन की सरकार से गुहार
हिमाचल होटल मजदूर लाल झण्डा युनियन कि आम सभा की बैठक अध्यक्ष बालकराम की अध्यक्षता में आयोजित की गई । सभा में सीटू जिला कोषाध्यक्ष रमाकांत मिश्रा ने वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों के उपर बात रखी । कोविड 19 के कारण देश ओर प्रदेश के लाखों मजदूरों को अपनी नोकरी से हाथ धोना पड़ा था लेकिन सरकार ने मजदूरों की अर्थिक मदद नहीं कि उलटा केंद्र सरकार ने 44 श्रम कानूनों को बदल कर 4 कोड मे बदल कर मजदूरों के अधिकारो का हनन किया है जिससे मजदूरों का शोषण आए दिन ओर ज्यादा बढ़ा है । युनियन के महासचिव विनोद विरसान्टा ने बैठक में अपनी बात रखते हुए कहा कि शिमला शहर में कोविड महामारी के कारण लगभग 1600 मजदूरों को नौकरी से निकाला गया है और किसी भी होटल व रेस्तरां मालिक ने मजदूरों को काम पर वापिस नहीं बुलाया है। जहां पर 100 मजदूर काम करते थे आज वह पर 50 मजदूरों से कार्य लिया जा रहा है जिसके कारण मजदूरों को 14 से 16 घण्टे कार्य लिया जा रहा है जिससे मजदूरों का शोषण ओर बढ़ रहा है । महासचिव ने कहा कि
अभी भी श्रम विभाग कार्यालयों में बहुत से होटलों के विवाद चल रहे है लेकिन प्रबंधन न तो मजदूरों के पैसे दे रहे हैं और न ही काम।
हिमाचल मजदूर लाल झण्डा युनियन प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि श्रम विभाग में जो मामले चल रहे है वे जल्द से जल्द खत्म किए जाएँ व जिन मजदूरों को कोविड 19 कारण होटलों व रेस्तरां से निकाला गया है उनकी नौकरी पर बहाल किया जाए ।
जनसभा में सीटू जिला सचिव बाबू राम शर्मा जिला कोषाध्यक्ष रमाकांत मिक्षा होटल युनियन कोषाध्यक्ष पवन शर्मा,पूर्ण शर्मा,जगदीश चंद्र,प्रकाश सिंह,राम लाल,नन्द पाल सिंह,सन्त राम,कमल चोहान,रोशन लाल जिया लाल उपस्थित रहे।
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