शिमला
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर आंदोलनरत कर्मचारियों को दो टूक कहा कि एक मुख्यमंत्री का उनके बीच आना सम्भव नहीं, वे राजनीतिक रूप से खिलौना न बनकर अपने प्रतिनिधियों को अपनी बात रखने के लिए मील मैं उनकी बात सुनूंगा । वे कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें । उन्होंने कहा कि वे सरकार के आदमी हैं वे अपनी बात शालीनता के साथ रखें उनके प्रतिनिधियों के द्वारा रखी गई बात सुनी जाएगी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग हिमाचल में लंबे समय से चली आ रही मांग है। सी एम ने कहा कि स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के समय से हिमाचल प्रदेश ने सबसे पहले ओपीएस स्वीकारी थी ।
सीएम ने कहा कि बीते 4 वर्षों में कर्मचारियों के हर मुद्दे पर हमने समाधान किया है। उनके ड्यूज हमने समय पर दिए हैं । इस मांग को लेकर भी हम उनके सुझाव सुनने को तैयार हैं ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने चीफ सेक्रेटरी व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को उनसे बात करने के लिए भेजा वे अपने प्रतिनिधि भेजें लेकिन उन्होंने एक न सुनी और 103 पर धरना दिया । मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शांतिपूर्वक, सब्र और संयम बरतते हुए काम लिया ।
सीएम का उनके बीच आना सम्भव नहीं, राजनीतिक खिलौना न बने कर्मचारी, प्रतिनिधि आएं हम सुनेंगे उनकी हर बात,शालीन बनकर कानून व्यवस्था में करें सहयोग : जयराम ठाकुर

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