December 16, 2025

प्रकृति के कहर और बारिश के तांडव ने हिलाया हिमाचल, मूसलाधार बारिश,बादल फटने,भूस्खलन होने,जमीन धंसने से जान माल का भारी नुकसान, 15 की गई जान

शिमला
हिमाचल में बीते 24 घण्टों में हुई मूसलाधार बारिश से सूबे में भारी नुकसान हुआ हुआ है। प्रकृति के इस कहर ने करीब 15 लोगों की जान ले ली तो वहीं बारिश भूस्खलन बादल फटने जैसी आपदाओं के बीच लापता हुई 6 से अधिक जिंदगियों की तलाश जारी है।
शनिवार को हिमाचल में हुई मूसलाधार बारिश ने सबसे अधिक शिमला,मंडी,चंबा और कांगड़ा में अपना रौद्र रूप दिखलाया इन चारों जिलों में बारिश से व्यापक नुकसान का समाचार है ।
लगातार बारिश से भूस्खलन और मकान गिरने के हादसे हुए हैं। सब्सके ज्यादा मौतें जिला मंडी में हुई यहां विभिन्न स्थानों पर हुए हादसों में 10 लोगों की जान चली गई । इसी तरह कांगड़ा में 2 जबकि चंबा में 3 की मौत हो गई । मंडी के गोहर में काशन पंचायत में घर गिरने से पंचायत प्रधान सहित 8 लोग दब गए तो वहीं कटौला में एक मकान के भूस्खलन की चपेट में आ जाने से घर के 6 सदस्य लापता बताए जा रहे हैं । मंडी में पराशर मार्ग पर बागी नाला में बादल फटने से अनेक वाहन बह गए ।
उधर बारिश के कहर के बाद आए भूस्खलन से चंडीगढ़-मनाली, मंडी-पठानकोट राजमार्ग सहित करीब 101 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं । उधर सूबे को पंजाब से जोड़ने वाली रेललाइन का चक्की खड्ड पर बना पुल खड्ड के तेज बहाव में टूट कर बह गया है । हालांकि अगस्त के पहले सप्ताह से ही असुरक्षित पुल को बंद कर दिया गया था ।
इधर शिमला जिला में भी बारिश से कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं जिसकी वजह से ट्रैफिक वन वे चल रहा है । कुल्लू में ट्रक पर चट्टाने गिरने से पूरा ट्रक क्षतिग्रस्त हो गया गनीमत रही कि चालक सुरक्षित बच निकला ।
स्टेट डिजास्टर सेंटर शिमला के अनुसार 24 घण्टों में कुल 336 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं, 132 पेयजल योजनाएं और 1525 बिजली ट्रांसफार्मर बाद पड़े हैं ।
मौसम विभाग के मुताबिक 21 अगस्त को भी बारिश का येलो एलर्ट जारी किया गया है ।