“नमन”
बाल मन की सरलता, ऋषि चित्त की सहजता एवं लोकतंत्र की सात्विक मर्यादाओं के मूर्तरूप, भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन।
“हार नही मानूंगा, रार नही ठानूंगा,, काल के कपाल पर, लिखता मिटाता हूँ..गीत नया गाता हूँ” जैसी अनेको राष्ट्रीय कविताओ के रचयिता, पत्रकार , सम्पादक , राजनेता तथा संघ के स्वयंसेवक व प्रचारक रहे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का देवतुल्य जीवन हम सभी देशवासियों के लिए “महान प्रेरणा” है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 97वीं जयंती, देश का नमन

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