December 16, 2025

जतोग में रेल रोकने पर मज्याठ पार्षद सहित 8 पर F.I.R दर्ज, रेलवे की कारवाई पर भड़के पार्षद,मार्ग बनाने में असफल रेलवे के कदम को बताया निंदनीय

शिमला।
मज्याठ वार्ड में रेलवे लाइन से एंबुलैंस मार्ग ले जाने के मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। जतोग रेलवे स्टेशन में रेल रोको आंदोलन के 4 माह बाद वार्ड पार्षद दिवाकर देव शर्मा सहित 8 लोगों पर रेलवे पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इस संबध में बुधवार को पार्षद सहित अन्य लोगों को रेलवे पुलिस थाना भी बुलाया गया और पूछताछ की गई। रेलवे प्रंबधन व पुलिस द्वारा वार्ड के बुजुर्ग लोगों सहित अन्य पर एफआईआर दर्ज करने पर वार्ड पार्षद दिवाकर देव शर्मा ने हैरानी जताते हुए कहा कि मज्याठ वार्ड की जनता लगातार 2017 से एंबुलैंस मार्ग की मांग कर रही है, क्योंकि वार्ड के बीच में रेलवे मार्ग आता है और स्थानीय 3 हजार लोगों को मार्ग की सही व्यवस्था नहीं है। लोगों को रेलवे मार्ग से होते हुए ही वार्ड तक पहुंचना पड़ता है। उन्होंने कहा कि लगातार 5 सालों से रेलवे लाइन से एंबुलैंस मार्ग के लिए प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार से वे लगातार गुहार लगाते आ रहे हैं। लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी रेलवे लाइन से एंबुलैंस मार्ग नहीं बन पाया है। लगातार आंदोलन के चलते अभी हाल में नवंबर माह 28 तारीख को जतोग रेलवे स्टेशन पर रेल से कटकर एक स्थानीय व्यक्ति की मौत हो गई। जिस पर वार्ड के गुस्साए लोगों ने रेल रोको आंदोलन को अंजाम दिया और जतोग रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकी और प्रशासन व सरकार से रेलवे ब्रिज व एंबुलैंस मार्ग बनाए जाने की मांग की। इस दौरान जिला प्रशासन, नगर निगम के अधिकारी व रेलवे के अधिकारी भी मौजूद थे।आंदोलन के बाद रेलवे के अधिकारियों ने सभी को आश्वस्त किया था कि वार्ड में एंबुलैंस मार्ग की मांग पूरी की जाएगी और ब्रिज भी बनाया जाएगा। वहीं अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया था कि किसी भी व्यक्ति पर कोई एफ.आई.आर दर्ज नहीं होगी। बावजूद इसके अब रेलवे पुलिस ने वार्ड में बुजुर्गों व अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, जोकि तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने रेलवे बोर्ड अधिकारियों सहित प्रशासन को चेताया कि वार्ड के लोगों की एबुंलैंस मार्ग व रेलवे ब्रिज की मांग को पूरा किया जाए, नहीं तो आगामी दिनों में वार्ड की जनता द्वारा एक बड़ा आंदोलन आरम्भ किया जाएगा, जिसकी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार व प्रशासन की होगी।