December 12, 2024

आशा वर्कर्स की अनदेखी पर, जयराम सरकार को नींद से जगाएगी ‘आप’: रत्नेश गुप्ता

आशा वर्कर्स के प्रतिनिधि मंडल ने की ‘आप’ प्रदेश प्रभारी रत्नेश गुप्ता से मुलाकात

ज्ञापन देकर, सरकार की अनदेखी के खिलाफ लड़ाई में माँगी मदद

शिमला

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एस.एस.जोगटा ने मीडिया को प्रैस नोट जारी कर जानकारी देते हुए बताया कि आशा वर्कर्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी रत्नेश गुप्ता से मुलाकात कर अपनी दिक्कतों से अवगत कराते हुए प्रभारी के समक्ष एक ज्ञापन सौंप कर ‘आप’ से उनके मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की अपील की है ।

प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई कर रही सत्या रांटा ने बताया कि मौजूदा समय में प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में 7930 और शहरी इलाकों में 34 आशा वर्कर्स कार्यरत है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में एक आशा वर्कर पर 800 से 1000 की आबादी की जिम्मेदारी है, वहीं शहरी इलाकों में 18,000 से 20,000 की आबादी पर सिर्फ एक आशा वर्कर काम कर रही है।
उन्होंने सूबे की सरकार पर आशा वर्कर्स की अनदेखी करने का आरोप लगाया। प्रतिनिधि मंडल के मुताबिक पिछले 4 वर्षों से एक भी नई आशा कार्यकर्ता की भर्ती नहीं की गई है। काम का इतना बोझ होने के बावजूद इन लोगों को समय पर भुगतान नही किया जा रहा है। सत्या रांटा के अनुसार सरकार जब योजनाओं की सफलता के लिए अपनी पीठ थपथपाती है तब इनका जिक्र तक नही किया जाता।जबकि यही वो महिलाएं हैं जो गांव गांव जाकर सरकारी योजनाओं को लागू कराती है। प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश प्रभारी से अपील की आम आदमी पार्टी राज्य और केंद्र सरकार पर दबाव बनाकर लंबित रेगुलेशन ऑफ आशा, बिल नंबर 216 को अमलीजामा पहनाने में उनकी मदद करे।
प्रदेश प्रभारी रत्नेश गुप्ता ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है की पार्टी आशा वर्कर की मांगों को हर स्तर पर  प्रमुखता से उठाएगी। जनता और आशा वर्कर की मांगों को अनसुना करने वाली जयराम ठाकुर सरकार को नींद से भी जगाने का काम आम आदमी पार्टी करेगी।